जोन चेयर पर्सन अर्चना सिंह ने कहा की अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस का इतिहास लेडी विद द लैंप के नाम से जानी जाने वाली फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने आधुनिक नर्सिंग के संस्थापक के रूप में काम शुरू किया, जो कि क्रीमियन युद्ध के दौरान घायल हुए ब्रिटिश और संबद्ध सैनिकों के एक नर्सिंग प्रभारी के रूप में काम किया। वह नर्सों के लिए औपचारिक प्रशिक्षण स्थापित करने वाली पहली महिला थीं। पहला नर्सिंग स्कूल - नाइटिंगेल स्कूल ऑफ नर्सिंग - 1860 में लंदन में उद्घाटन किया गया था। वह पहली महिला थीं जिन्हें ऑर्डर ऑफ मेरिट 1907 से सम्मानित किया गया था। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि सदर अस्पताल के सीएमएस अनिल शर्मा ने सभी नर्सों को सम्मानित किया। जोन चेयर पर्सन दिलीप सिंह ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि नर्स ही मरीज को एक घर की तरफ माहौल देकर मरीज को जल्द स्वस्थ होने के लिए कार्य करती है।
कार्यक्रम का संचालन सचिव प्रदीप सिंह व डॉक्टर प्रिया सिंह ने बहुत ही अच्छे ढंग से किया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष अजीत सोनकर, लायन विष्णु सहाय, लायन अतुल सिंह, लायन विनय बरौतिया, लायन देवानंद, लायन दीपक साहू, लायन कौशल त्रिपाठी, लायन वैभव श्रीवास्तव, लायन मनीष मौर्या, लायन नितीश सिंह, लायन डॉक्टर चंदन नाथ गुप्ता, लायनेस चेयर पर्सन चेतना साहू, लायनेस रितु त्रिपाठी, लायनेस सीमा सहाय, लायनेस वंशिका सिंह, लायनेस रिंकी श्रीवास्तव, लायनेस शिल्पी जयसवाल, लायनेस चांदनी साहू आदि लोग उपस्थित रहे।
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