Sharda pravah, Jaunpur । चिरकुंडा में आयोजित आतिथ्य मिडकोन में जेसीआई जौनपुर चेतना ने अपना परचम लहरा दिया - जीते 22 अवॉर्ड।
उक्त अवसर पर जेसीआई जौनपुर चेतना की अध्यक्ष जे एफ एम अभिलाषा श्रीवास्तव ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि - "यह हम सब चेतना सदस्यों की मेहनत का परिणाम है। निसंदेह यह अवॉर्ड हमें और ज़्यादा मोटिवेट करते है ताकि हम दुग्नी तेजी से साथ कार्य करें। मिडकों में 22 अवॉर्ड जीत कर चेतना नें अपना इतिहास रच दिया है। यह हम सबके लिए बहुत गर्व की बात है।" जेसीआई चेतना की अध्यक्ष ने बताया कि - "जौनपुर जिले में सर्वाधिक अवॉर्ड प्राप्त करके जेसीआई चेतना ने इतिहास रच दिया।"
आतिथ्य मिडकों के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेसी अंशु सराफ सर, विशिष्ट अतिथि मंडलाध्यक्ष मंडल तीन जेसी हिमांशु अग्रवाल सर रहे। उप मंडलाध्यक्ष रीजन ए जेसी अविनाश जायसवाल जी, रीजन बी जेसी गौरव सेठ जी, रीजन सी जेसी उमंग राजवंशी जी, रीजन डी जेसी वसुंधरा सिंह जी, ज़ोन डायरेक्टर मैनेजमेंट जेसी अभिनव चौरसिया जी, ज़ोन डायरेक्टर ट्रेनिंग जेसी विशाल गुप्ता जी, ज़ोन डायरेक्टर जी एंड डी जेसी प्रकाश अग्रवाल जी, ज़ोन डायरेक्टर पीआर एंड मार्केटिंग जेसी विशाल धोना जी, ज़ोन डायरेक्टर बिजनेस जेसी राहुल खराकिया जी; इन सभी ने अपने अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली संस्थाओं को अवॉर्ड से सराहा।
पूर्व मंडलाध्यक्ष जेसी आलोक अग्रवाल जी, पूर्व मंडलाध्यक्ष जेसी रूपेश जायसवाल जी, पूर्व मंडलाध्यक्ष जेसी संजय रूंथला जी, पूर्व मंडलाध्यक्ष जेसी राधे रमन जायसवाल जी, पूर्व मंडलाध्यक्ष जेसी संतोष सिंह जी, पूर्व मंडलाध्यक्ष जेसी नेहा गोयल जी, पी ई वी पी जेसी रवि प्रकाश गुप्ता जी, ज़ोन सेक्रेटरी जेसी विवेक अग्रवाल जी, ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
आतिथ्य मिडकोन में संस्था उप सचिव जेसी जूही वर्मा, संस्था सदस्य जेसी एचजीएफ सोनी जायसवाल, जेसी एचजीएफ रिचा गुप्ता, जेसी मंजू जायसवाल, जेसी किरन सेठ, जे जे विंग अध्यक्ष जे जे जयंती श्रीवास्तव और फर्स्ट जेसी लॉर्ड सर्वजीत कुमार श्रीवास्तव अपनी उपस्थिति से इस शानदार दिवस के साक्षी बने। जेसीआई चिरकुंडा बराकर ने हर एक सुविधा के साथ आतिथ्य मिडकोन की सबसे शानदार होस्टिंग की। और होस्ट प्रेसिडेंट जेसी राकेश अग्रवाल जी ने सभी का आभार व्यक्त किया। अवार्ड संचालन जेड डी ट्रेनिंग जेसी विशाल गुप्ता जी और ई ए टू जेड पी जेसी अंजलि राजवंशी जी ने शानदार रूप से किया।
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