एक जनपद एक मेडिकल की दिशा में यूपी ने कदम आगे बढ़ा दिए हैं। आज हर जनपद में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है: महेन्द्र नाथ पाण्डेय
शारदा प्रवाह, जौनपुर। केंद्र सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से 10 जून को गरीब कल्याण जनसभा का आयोजन किया गया भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के लोकार्पण के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गरीब कल्याण जनसभा किया गोरखपुर से सीएम योगी और जेपी नड्डा इस कार्यक्रम में जुड़ें गोरखपुर से ही उत्तर प्रदेश के सात और जिला कार्यालयों का वर्चुअल लोकार्पण किया।
इसके बाद कोल्हनामऊ के सनबीम स्कूल में आयोजित गरीब कल्याण जनसभा को भी संबोधित किये। केंद्र व प्रदेश सरकार ने गरीबों को समृद्ध व आत्मनिर्भर बनाने के लिए जो योजनाओं शुरू की हैं, गरीब कल्याण जनसभा में उन योजनाओं से लाभार्थियों को सम्मानित किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार ने गरीबों को समृद्ध व आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाओं की श्रृंखलाएं प्रदान की हैं। सरकारी योजनाओं का लाभ पात्रों को बिना भेदभाव के प्रदान किया गया है। गरीब कल्याण जनसभा में योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित किया जायेगा।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के विजन को आगे बढ़ाने के लिए 2017 में जनता ने भाजपा का समर्थन देकर सरकार बनवाई। उन्हें कई योजनाओं का लाभ मिला। इसके बाद 2022 में भी पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार जनता ने बनाई। एक जनपद एक मेडिकल की दिशा में यूपी ने कदम आगे बढ़ा दिए हैं। आज हर जनपद में मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। युवाओं को 16 लाख टैबलेट और स्मार्ट फोन दे चुके हैं। 2 करोड़ नौजवानों को टैबलेट और स्मार्टफोन दिया जाना है। प्रदेश में 15 करोड़ लोगों को राशन के साथ दाल, तेल और नमक दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी व सीएम योगी के नेतृत्व में पूरा देश व प्रदेश विकास का नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से ही स्वास्थ्य महकमे में कई क्रांतिकारी कदम उठाए जा रहे हैं। मोदी सरकार का लक्ष्य है कि अगर स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारना है तो दिल्ली एम्स जैसी संस्थाओं को और बेहतरीन मेडिकल सुविधा दिया जाए और इसका विस्तार पूरे देश में हो दो पूर्व प्रधानमंत्रियों ने भी देश के अलग-अलग राज्यों में नए एम्स खोलने का ऐलान किया था, लेकिन यह ऐलान सिर्फ ऐलान ही बन कर ही दशकों तक धूल फांकता रहा लेकिन, साल 2014 में पीएम मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने एक बार फिर से इस पर काम करना शुरू किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित अनुप प्रधान बाल्मीकि ने कहा कि कोरोना काल में तो कुछ राज्यों में एम्स ने काम करना भी शुरू कर दिया है. कई एम्स में तो ओपीडी सेवा बहाल भी हो चुकी है. दिल्ली एम्स को छोड़ दें तो देश में भोपाल, पटना, जोधपुर, रायपुर, भुवनेश्वर और ऋषिकेश एम्स साल 2012 से ही काम करना शुरू कर दिया था. वहीं, नागपुर, कल्याणी, मंगलागिरी, गोरखपुर, बठिंडा, बिलासपुर और देवघर एम्स मोदी सरकार के आने के बाद से काम करना शुरू किया है.
उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार के आने से पहले दिल्ली एम्स को छोड़ दें तो देश में सिर्फ भोपाल, पटना, जोधपुर, रायपुर, भुवनेश्वर और ऋषिकेश एम्स ही काम कर रहे थे. इन सभी एम्स की अधारशिला अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में रखा गया। 2014 के बाद पीएम मोदी के कार्यकाल में 14 और नए एम्स का ऐलान हुआ. मंगलागिरी, नागपुर, गोरखपुर, राय बरेली, दरभंगा, जम्मू-कश्मीर, कल्याणी, बठिंडा, गुवाहटी, विजयपुर, बिलासपुर, देवघर, राजकोट, बीबीनगर, मदुरई, दरभंगा और मनेठी एम्स मोदी कार्यकाल में बनने शुरू हुए।
कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री सुनील तिवारी ने की। उक्त अवसर पर राज्य सभा सदस्य सीमा द्विवेदी, विधायक रमेश मिश्रा, रमेश सिंह, विधान परिषद सदस्य विद्यासागर सोनकर, मछलीशहर जिलाध्यक्ष रामविलास पाल, जिला महामंत्री गण पीयूष गुप्ता, अमित श्रीवास्तव, जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंघानिया, सुधाकर उपाध्याय, जिला मंत्री प्रमोद यादव, पूर्व जिला उपाध्यक्ष राम सिंह मौर्या, मीडिया प्रभारी आमोद सिंह, विनीत शुक्ला, सुरेश गुप्ता मण्डल अध्यक्ष जितेंद्र मिश्र, सुरेन्द्र विक्रम सिन शनी, अजय मिश्र, विनोद शर्मा, बलवीर गौड़ मण्डल महामंत्री विनोद सिंह आदि उपस्थित रहे।
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