लखनऊ। ललित कला अकादेमी, क्षेत्रीय केन्द्र, अलीगंज द्वारा आयोजित ‘‘आजा़दी के अमृत महोत्सव‘‘ के अवसर पर क्षेत्रीय केन्द्र, विथिका में 75 कलाकारों (वरिष्ठ एवं युवा) के कलाकृतियों की प्रदर्शनी का आयोजन रविवार सांय को किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रसिद्ध लोकगायिका ‘‘पद्मश्री’’ मालिनी अवस्थी एवं ब्रिगेडियर पी.के. जायसवाल विशिष्ट सेवा मेडल, उप महानिरीक्षक, आई.टी.बी.पी लखनऊ ने किया। साथ ही केन्द्र के तीनों विथिकाओं में लगी कलाकृतियों का अवलोकन एवं प्रशंसा किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ‘‘पद्मश्री’’ मालिनी अवस्थी ने कहा कि आज के इस विशेष आयोजन की एक विशेषता भरी शाम है जो हमारे देश कि आज़ादी के अमृत महोत्सव की कड़ी को एक नया आयाम प्रदान करेगी। इस विशेष प्रदर्शनी में जिस प्रकार से हम अपने देश कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को इस रूप में याद कर रहें हैं वही पर कला एवं संस्कृति की भी एक अहम भूमिका रही है जो हमारे कलाकारों ने अपने अपने माध्यमों एवं विचारों को कैनवास पर उकैरा इसके लिऐ सभी कलाकारों को आभार। अवस्थी ने ललित कला अकादेमी के इस प्रकार के लगातार कला गतिविधियों की चर्चा करते हुऐ इस कार्यक्रम की सराहना की।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ब्रिगेडियर पी.के. जायसवाल ने कहा कि राष्ट्रीय ललित कला अकादेमी आज स्वतंत्रता दिवस के पूर्व संध्या पर इस तरह के आज़ादी के अमृत महोत्सव पर इस विशेष कला प्रदर्शनी की इसकी हम भूरी भूरी प्रशंसा करते है साथ ही इस प्रदर्शनी के सभी प्रतिभागी कलाकारों को उनकी इस कला अभीव्यक्ति अत्यन्त सराहनीय है।
क्षेत्रीय केन्द्र के क्षेत्रिय सचिव, डाॅ. देवेन्द्र त्रिपाठी ने बताया की इस कला प्रदर्शनी में देश के जाने माने वरिष्ठ एवं युवा कलाकारों कि कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है। जिसमें विथिका नं. 1 में स्वतन्त्रता संग्राम से जुड़े सेनानियों पर आधारित राष्ट्रीय चित्रकला शिविरों में सृजित कलाकृतियों को सम्मिलित किया गया है वहीं विथिका नं. 2 एवं 3 में लखनऊ के 75 आमंत्रित वरिष्ठ एवं युवा कलाकारों कि कलाकृतियां, ललित कला अकादेमी के छात्रवृत्ति प्राप्त एवं कार्यशाला में कार्यरत कलाकारों की कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है। साथ ही क्षेत्रीय सचिव ने यह भी बताया कि इस आयोजन की परिकल्पना अकादेमी की अध्यक्ष, उमा नन्दूरी जी एवं सचिव प्रभारी श्री रामकृष्ण वेदाला जी की है।
इस अवसर पर नगर के प्रो0 सुनील सक्सेना, श्री संदीप भाटिया ,डाॅ. आलोक कुमार, श्री उमेश सक्सेना, मो. शकील, डाॅ. संजीव किशोर गौतम, क्यूरेटर श्री भूपेन्द्र अस्थाना स्वं. सुखवीर सिंह सिघंल, श्री लालजीत तहिर, श्री अमित कुमार, श्री उदय राज मौर्या, श्री विकास सिंह इत्यादि के कुल 75 कलाकरों ने प्रतिभागिता की। आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के हर्ष उल्लास पर आज़ादी के अमृत महोत्सव पर कला एवं संस्कृति के तमाम आयोजन किये जा रहे है वहीं ललित कला अकादेमी अपने दृश्य कलाओं को लेते हुऐ आज़ादी के वीर सपूतों को याद करते हुऐ तमाम प्रदर्शनी, कला शिविर आयोजन के जिस कड़ी में कलाकृतियों का एक विहंगम दृश्य दिखा। प्रदर्शनी में प्रदर्शित कलाकृतियों के विभिन्न माध्यमों वाॅश पेन्टिग, मूर्तिकला, सिरेमिक , चित्रकला आदि को एक समान स्थान दिया गया है। जहां पर स्वंतत्रता संग्राम से जुड़े सेनानियों को याद करते हुऐ व्यक्तिचित्र एवं उनके जीवन पर आधारित चित्र है साथ ही समकालीन धारणाओं पर आधारित चित्र भी शामिल किऐ गये है। माध्यम के दृष्टी से ऐक्रेलिक, आॅयल, जलरंग, पेन एण्ड इंक, फाइबर, मिट्टी, मेटेल आदि कलाकृतियां हैं। नगर के समस्त कलाकारों, कला प्रेमियों के लिए प्रदर्शनी अवलोकनार्थ दिनांक 19 अगस्त 2022 तक खुली रहेगी।
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