लखनऊ I ललित कला अकादेमी, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ‘‘जनजातीय गौरव दिवस‘‘ के अवसर पर क्षेत्रीय केन्द्र, विथिका नं. 3 में गांेड, बैगा, भील एवं कोल जनजाति के कलाकारों द्वारा सृजित कलाकृतियों कि प्रदर्शनी का उद्घाटन श्रीमती रेनूका मिश्र, डी.जी.पी., एस.आई.टी, श्री अश्वनी कुमार पाण्डेय, प्।ै प्रबन्ध निदेशक, पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश, श्री विनोद कुमार शाही, एडिशनल एडवोकेट जनरल द्वारा श्री सीताराम, पूर्व अध्यक्ष, व श्री गिरीश चन्द्र, पूर्व उपाध्यक्ष, राज्य ललित कला अकादेमी, उत्तर प्रदेश, मोहम्मद शकील, वरिष्ठ कलाकार, श्री अनुराग दिदवानिया कि उपस्थिति में हुआ।
श्री अमित कुमार परस्ते, श्री संतोष परस्ते, श्रीमती चंद्रकली पूसम, श्री टेकराम सिंह नेतम, श्रीमती चित्रकांत श्याम, श्री शिवलाल उर्वती, श्रीमती ज्योति बाई उइके, श्री किशन उइके, श्रीमती दीपिका ध्रुव, श्री संतोष श्याम, श्री धन सिंह पत्ता, श्रीमती जुदैया बाई बेगा, श्रीमती झूलन बाई बेगा, श्रीमती संतोषी बाई बेगा, श्रीमती संता भूरिय, श्रीमती भारती श्याम, श्री संभव सिंह श्याम, श्रीमती फागुनी बैगा, श्री जय सिंह पट्टा, श्री गणेश कुशराम, श्रीमती गीता बैरिया, श्री राजेंद्र कुमार उइके, श्री सुनील टेकाम, श्री सुनील श्याम, श्री गरिबा सिंह टेकाम, श्रीमती रिंकू बाई बेगा, श्री चरण सिंह मरावी,श्रीमती मंदाकिनी टेकाम,श्री प्रदीप धुर्वे,श्रीमती शोभा रानी धुर्वे,श्री मुकेश बारिया,श्रीमती सुप्रिया अंबर (समकालीन कलाकार),श्री विनय अंबर (समकालीन कलाकार)
इस अवसर पर श्रीमती रेनूका मिश्रा, डी.जी.पी., एस.आई.टी ने कहा कि प्रदर्शित सभी कलाकृतियाँ अत्यन्त सुन्दर है, चित्रों में चयन किये गये चटक रंग एवं विषय कलाकार के निश्छलभाव एवं प्रकृति प्रेम को दर्शाती है।
प्रदर्शित सभी कलाकृतियों की सराहना करते हुए श्री विनोद कुमार शाही, एडिशनल एडवोकेट जनरल ने कहा कि चित्रों को देखकर कलाकार के साधना एवं कला के प्रति समर्पण भाव को प्रदर्शित करता है। निरन्तर साधना एवं कला के प्रति समर्पणभाव से ही इतनी सुन्दर चित्र सृजित हो सकती है।
इस अवसर पर श्री अश्वनी कुमार पाण्डेय, प्।ै प्रबन्ध निदेशक, पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश ने कहा कि अकादेमी दृश्यकला के क्षेत्र ऐसे कलाकारों एवं कला को मंच प्रदान कर रही है यह अत्यन्त सराहनीय है। ऐसे आयोजन से अकादेमी के माध्यम से इन कलाकारों को एक नयी पहचान मिलेगी और कला को बढ़ावा मिलेगा तथा कहा कि आगे अकादेमी के साथ मिलकर पर्यटन विभाग द्वारा चित्रकार शिविर का आयोजन किया जाएगा।
डॉ. देवेन्द्र त्रिपाठी, क्षेत्रीय सचिव ने इस अवसर पर केन्द्र में आये सभी अतिथियों का स्वागत अभिवादन तथा धन्यवाद ज्ञापन किया तथा बताया की केन्द्र द्वारा आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी चित्रकार शिविर, बॉधवगढ़ (मध्य प्रदेश) 10-15 फरवरी, 2020 में सृजित गांेड, बैगा, भील एवं कोल जनजातियों की केन्द्र में संग्रहित कलाकृतियों कि प्रदर्शनी ‘जनजातीय गौरव दिवस‘ के अवसर पर दिनांक 15 से 22 नवम्बर 2022 तक ललित कला अकादेमी, क्षेत्रीय केन्द्र, अलीगंज, लखनऊ में लगी रहेगी।
इस अवसर पर श्री वेणुगोपाल पराशर, श्री शिबराम दास, श्री प्रमोद बरूआ सहित केन्द्र के कार्यरत एवं नगर के कलाकार व कला प्रेमी उपस्थित रहे।
डॉ. देवेन्द्र त्रिपाठी ने बताया की नगर के समस्त कलाकारों, कला प्रेमियों के लिए प्रदर्शनी अवलोकनार्थ दिनांक 22 नवम्बर 2022 तक खुली रहेगी।
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