जौनपुर। वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय के निकट स्थित देवकली सरायख्वाजा गांव निवासी सेवानिवृत इंजीनियर भानु प्रताप सिंह यादव के बेटे जय करन यादव ने जिले का
नाम रोशन किया है। उनका चयन IAS में हो गया है। उन्हें 634 वी रैंक मिली है। वह अभी इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस के तहत रेलवे वाराणसी मंडल में कार्यरत हैं। मूलरूप से गाजीपुर के करंडा ब्लाक के ग्राम विश्रामपुर निवासी इंजीनियर भानु प्रताप सिंह यादव गन्ना विकास विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद देवकली में निवास करते हैं। उनके बेटे जयकरन यादव ने सेंट जॉन्स स्कूल से पढ़ाई की। इसके बाद आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद भारतीय रेल सेवा वाराणसी डिविजन में कार्यरत हैं। इन्होंने अपना आप्शनल विषय सिविल इंजीनियरिंग रखा और चौथे प्रयास में सफलता हासिल की। तीन भाई और तीन बहनों में जयकरन अब आईएएस बन गए हैं, जबकि एक बड़े भाई महातिम यादव भारतीय वन
सेवा में कार्यरत हैं। वह अल्मोड़ा में डीएफओ हैं। इसी तरह दूसरे भाई मंगल यादव भारतीय रेल सेवा में लखनऊ डिविजन में कार्यरत हैं। इनकी तीनों बहनें डॉक्टर हैं। सबसे बड़ी बहन सरिता यादव ने मोतीलाल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस है तो छोटी बहन वंदना यादव बीएचयू से रेडियोलॉजी में एमडी कर रही हैं। तीसरी बहन बीएचयू से बीडीएस है। माता लीलावती देवी गृहणी हैंl जो हमेशा प्रेरित करती रहती थी। जयकरन यादव ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार के सभी सदस्यों को दिया है। उनका कहना है कि माता-पिता ने पूरी निष्ठा के साथ अच्छी शिक्षा दिलाई, जिसकी वजह से वह कुशल नागरिक बन सके। अब उनका प्रयास होगा कि प्रशासनिक सेवा में रहते हुए देश के लोगों को हर स्तर पर राहत दिलाने में योगदान दें। सरकार की नीतियों और योजनाओं को बेहतर तरीके से जनता तक पहुंचाएं। उन्होंने अपनी सफलता पर माता-पिता, भाई- बहनों के साथ शुभचिंतकों को दिया है, जिनके निरंतर हौंसला बढ़ाते रहने की वजह से वह सफल हो सके हैं। बधाई देने वालों में रमाकांत यादव डॉ अरविंद गुप्ता शिव कुमार यादव चंद्रभान यादव सहित अन्य शिक्षक एवं शुभचिंतक शामिल रहेl
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