जौनपुर । जनपद की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक क्षेत्र की अग्रणी संस्था संस्कार भारती जौनपुर द्वारा आयोजित 20 दिवसीय ग्रीष्मकालीन कार्यशाला निरन्तर चल रहा है। यह कार्यशाला राज्य ललित कला अकादमी लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त सम्बद्ध है। चित्रकला एवं भरतनाट्यम का प्रशिक्षण प्रतिदिन प्रातः 7 बजे बीआरपी इंटर कॉलेज, जौनपुर में हो रहा है। अनगिनत पुरस्कारों से सुशोभित चित्रकला प्रशिक्षक श्री रविकांत जायसवाल, कलाविद द्वारा सूक्ष्म से सूक्ष्म कला की बारीकियों की जानकारियाँ प्रतिभागी बच्चों को बताया। चित्रकला कार्यशाला में विद्यार्थियों को हर दिन नए चित्र बनाने के नए टिप्स दिए जा रहे हैं। भरतनाट्यम प्रशिक्षिका वाराणसी की रहने वाली सुश्री कनिष्का अग्रहरि ने प्रशिक्षुओं को इस विशिष्ट नृत्य शैली के बारे में जानकारी व सिखा रही है। कंटेंपररी डांस के प्रशिक्षक श्री रोहित राव ने प्रशिक्षुओं को इस विशिष्ट नृत्य के लिए आवश्यक निर्देश दिए जा रहें है।कार्यशाला प्रतिदिन ध्येय गीत एवं माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर शुभारंभ किया जाता है। प्रतिभागी बच्चे बढे उत्साह के साथ अलग-अलग प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। संस्था के महामंत्री अमित गुप्ता अंशु ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा इस प्रशिक्षण में बच्चों कि वृद्धि लगातार बढ़ रही। श्री सुजीत कुमार प्रांत महामंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह कार्यशाला बच्चों में अंतर्निहित गुणों को निखारने का कार्य करती हैं। संस्कार भारती देश की कला एवं संस्कृति से नई पीढ़ी को परिचित कराना व उन्हें सीखने हेतु प्रेरित करने का कार्य भी करती है। इस अवसर पर रवींद्रनाथ, राजकमल, श्री मनीष अस्थाना, श्री राजेश किशोर, श्री विष्णु गौड़, श्री सुप्रतीक,अरूण केसरी व अनुराधा भाटिया, मयंक श्रीवास्तव उपस्थित रहीं।
जौनपुर । जनपद की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक क्षेत्र की अग्रणी संस्था संस्कार भारती जौनपुर द्वारा आयोजित 20 दिवसीय ग्रीष्मकालीन कार्यशाला निरन्तर चल रहा है। यह कार्यशाला राज्य ललित कला अकादमी लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त सम्बद्ध है। चित्रकला एवं भरतनाट्यम का प्रशिक्षण प्रतिदिन प्रातः 7 बजे बीआरपी इंटर कॉलेज, जौनपुर में हो रहा है। अनगिनत पुरस्कारों से सुशोभित चित्रकला प्रशिक्षक श्री रविकांत जायसवाल, कलाविद द्वारा सूक्ष्म से सूक्ष्म कला की बारीकियों की जानकारियाँ प्रतिभागी बच्चों को बताया। चित्रकला कार्यशाला में विद्यार्थियों को हर दिन नए चित्र बनाने के नए टिप्स दिए जा रहे हैं। भरतनाट्यम प्रशिक्षिका वाराणसी की रहने वाली सुश्री कनिष्का अग्रहरि ने प्रशिक्षुओं को इस विशिष्ट नृत्य शैली के बारे में जानकारी व सिखा रही है। कंटेंपररी डांस के प्रशिक्षक श्री रोहित राव ने प्रशिक्षुओं को इस विशिष्ट नृत्य के लिए आवश्यक निर्देश दिए जा रहें है।कार्यशाला प्रतिदिन ध्येय गीत एवं माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर शुभारंभ किया जाता है। प्रतिभागी बच्चे बढे उत्साह के साथ अलग-अलग प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। संस्था के महामंत्री अमित गुप्ता अंशु ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा इस प्रशिक्षण में बच्चों कि वृद्धि लगातार बढ़ रही। श्री सुजीत कुमार प्रांत महामंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह कार्यशाला बच्चों में अंतर्निहित गुणों को निखारने का कार्य करती हैं। संस्कार भारती देश की कला एवं संस्कृति से नई पीढ़ी को परिचित कराना व उन्हें सीखने हेतु प्रेरित करने का कार्य भी करती है। इस अवसर पर रवींद्रनाथ, राजकमल, श्री मनीष अस्थाना, श्री राजेश किशोर, श्री विष्णु गौड़, श्री सुप्रतीक,अरूण केसरी व अनुराधा भाटिया, मयंक श्रीवास्तव उपस्थित रहीं।
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