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मंगलवार, 8 अक्टूबर 2024

विश्व आर्किटेक्ट दिवस पर रोटरी क्लब द्वारा आर्किटेक्ट ज्योति साथ संगोष्टी का आयोजन


जौनपुर। मानव सेवा को समर्पित जिले की अग्रणी संस्था रोटरी क्लब जौनपुर ने अध्यक्ष श्याम वर्मा जी के निर्देशन में 7 अक्टूबर को विश्व आर्किटेक्ट दिवस के अवसर पर जिले की पहली और एक मात्र महिला आर्किटेक्ट ज्योति सिंह जी के साथ एक संगोष्टी का आयोजन किया। इस अवसर पर ज्योति सिंह जी ने भवन निर्माण के क्षेत्र में आर्किटेक्ट की उयोगिता और समाज मे फैली भ्रांतियों के बार में विस्तार से चर्चा किया। उन्होंने बताया कि आज पूरी दुनिया में विश्व वास्तुकला दिवस मनाया जा रहा है। जिसकी दुनिया भर में सराहना की जा रही है। अर्जेंटीना और वेनेजुएला से लेकर ब्राज़ील और बोलीविया तक; दुनिया भर के देशों में वास्तुकारों के काम को सम्मान देते हैं। भारत में आर्किटेक्ट्स की भूमिका पिछले कुछ वर्षों में काफी विकसित हुई है, जिसमें स्मार्ट डिजाइन और स्थिरता का महत्व लगातार बढ़ रहा है। यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ऐसे डिजाइन विकसित करने पर अधिक दबाव है जिसमें निर्माण और रखरखाव लागत को नियंत्रित करते हुए टिकाऊ तत्वों और प्रौद्योगिकी को शामिल किया जाए। यह देखना बहुत अच्छा है कि यह एक कला और उद्योग है शीर्ष शहरों में परियोजनाओं को डिजाइन करते समय ये चुनौतियाँ जटिल हो जाती हैं, खासकर जब हम विश्व वास्तुकला दिवस के महत्व को पहचानते हैं। 

इन शहरी वातावरणों में, भूमि की आपूर्ति सीमित है, और कार्यात्मक और रचनात्मक पहलुओं के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है। इस जटिलता को यह देखकर बेहतरढंग से समझा जा सकता है कि कैसे उद्योग निर्माण के नकारात्मक पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए आधुनिक नवीकरणीय और पुनर्नवीनीकरण सामग्री, जैसे कि पुनः प्राप्त लकड़ी, पुनर्नवीनीकरण स्टील, बांस और प्लास्टिक का तेजी से उपयोग कर रहा है। किसी भी वास्तुकार के लिए दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं अवधारणा को समझना और परिभाषित करना, जो अगले कदमों को आकार देता है, विशेष रूप से विश्व वास्तुकला दिवस के संदर्भ में। इस आधारभूत कार्य के बाद विभिन्न प्रोटोटाइप, मॉक-अप और 3डी रेंडरिंग के माध्यम से विचारों का परीक्षण करके संभावनाओं की खोज की जाती है।

इस तरह की प्रथाएँ आर्किटेक्ट को क्लाइंट द्वारा परिभाषित रचनात्मक डिज़ाइन, तकनीक और स्थिरता के तत्वों को शामिल करने में सक्षम बनाती हैं, साथ ही उनकी प्रभावकारिता का परीक्षण भी करती हैं। डिज़ाइन के सिद्धांतों, क्लाइंट की अपेक्षाओं और टेबल पर नवाचार लाने के बीच संतुलन बनाए रखना ही मुख्य बात है। एक आर्किटेक्ट न केवल आपको वास्तुकला के विभिन्न आयामों से परिचित करता है बल्कि उपलब्ध जगह का सम्पूर्ण सदुपयोग करके एक बेहतरी निर्माण में भी आपकी मदद करता है। आर्किटेकट से डिजाइन करवाने से भवन की लागत बढ़ जाती है कि प्रचलित  धारणा के उलट यह निर्माण करने वालो के लिए एक किफायती सौदा है जिससे कि न केवल भवन का निर्माण खूबसूरत होता है अपितु जगह के सदुपयोग के कारण उसकी लागत भी कम हो जाती है। 

संस्थाध्यक्ष श्याम वर्मा जी ने आर्किटेक्ट ज्योति सिंह पर प्रकाश डालते हुए कहा आज की भावी पीढ़ी के लिए वास्तुकला सशक्त माध्यम ही नहीं विश्व को सुन्दर बनाने में बड़ा योगदान है। वास्तु डिजाइन में युवा वास्तुकारों की अहम महत्वपूर्ण भूमिका परिवर्तन कारक है। आर्किटेक्ट ज्योति सिंह के कार्य ऊर्जा दक्षता, अपशिष्ट प्रबंधन, टिकाऊ सामग्रियों के उपयोग और शहरी गतिशीलता में सुधार जैसे प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की कला विद्यमान है। आप के अनुसार बड़े ही सुक्ष्मता से अधिक हरित, अधिक पर्यावरण के अनुकूल शहरों को डिजाइन करती है।

रविकांत जायसवाल कलाविद ने कहा अंतर्राष्ट्रीय आर्किटेक्ट्स संघ ने 1986 में विश्व वास्तुकला दिवस की स्थापना की। वैसे तो हमारी संस्कृति व धर्म में वास्तुकला के भगवान विश्वकर्मा जी है। जो स्थापत्य व वास्तुकला कला के जनक कहे जाते है। वास्तुकला हमारी दुनिया को सभी लोगों के लिए बेहतर बना सकती है। डिज़ाइन के ज़रिए, हम प्राकृतिक परिदृश्यों और मूल्यवान कृषि भूमि के विनाश को रोकने में मदद कर सकते हैं। डिज़ाइन के ज़रिए, हम वैश्विक स्तर पर मानवीय ज़रूरतों को पूरा करने में मदद कर सकते हैं, जिनमें से युवा महिला आर्किटेक्ट की मदद से जौनपुर ही नहीं भारत के बड़े शहरों को स्वच्छ और मज़बूत व सुन्दर बनाने हेतु संम्भवना है। 

इस अवसर पर उपस्थित इंटिरियर डिजाइनर अमित सिंह जी ने भी इंटीरियर डिजाइन के ऊपर अपने विचार व्यक्त किये और उपस्थित लोगो को इंटीरियर डिजाइन और आर्किटेक्त के समिश्रण के फलस्वरूप बने हुए उत्कृष्ट भवन के नमूने त्रिआयामी तकनीक के माध्यम से दिखाए। अंत मे आभार सचिव रोटेरियन शिवांशु श्रीवास्तव जी ने व्यक्त किया। इस अवसर पर मनीष चन्द्र, संजय जायसवाल, आशीष गुप्ता, मनीष गुप्त, केके मिश्र, सुजीत अग्रहरि, डॉक्टर बृजेश कन्नौजिया, डॉ०ऋषभ यादव, अमित कुमार पांडेय, इन्नर व्हील अध्यक्ष श्रीमती ममता मिश्रा, जे सी आयी क्लासिक अध्यक्ष श्रीमती ऋचा गुप्ता, डॉक्टर अजय पांडेय, विशाल गुप्ता, राजीव साहू इत्यादि उपस्थित रहे।

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