मछलीशहर, जौनपुर: 'उन्मेष' प्रज्ञा प्रवाह द्वारा 'जन-मन में बसे राम' विषयक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि, स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज ने भगवान राम के आदर्शों पर प्रकाश डाला और कहा कि राम ही राष्ट्र हैं और राष्ट्र ही राम हैं। विशिष्ट वक्ता, भगवती प्रसाद 'राघव' जी ने प्रज्ञा प्रवाह के प्रयासों का उल्लेख किया, जो भारत माता को पुनः परम वैभव पर स्थापित करना चाहते हैं। अध्यक्षीय उद्बोधन में, संतोष सिंह जी ने भगवान राम के जीवन और उनके आदर्शों को अनुसरण करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में मां सरस्वती की पूजा, दीप प्रज्वलन और वंदे मातरम का गायन हुआ। व्याख्यान माला का संचालन डॉक्टर कीर्ति सिंह ने किया। कार्यक्रम का समापन संजीव कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित कर किया। आचार्य पवन द्वारा वंदे मातरम के सभी पांच पद सस्वर प्रस्तुत किये गये। 'उन्मेष' काशी प्रांत युवा आयाम प्रज्ञा प्रवाह के प्रांतीय टोली के सदस्य पंडित शनी शर्मा भट्ट जी द्वारा मंचस्थ अतिथियों का परिचय कराया गया।
व्याख्यान माला का कुशल संचालन जौनपुर मंडल के सहसंयोजक अन्तर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध गणित अध्यापक डॉक्टर कीर्ति सिंह द्वारा किया गया।कार्यक्रम संयोजक, आदर्श श्री वासुदेव शिक्षण संस्थान के यशस्वी प्रबंधक प्रज्ञा प्रवाह मछली शहर जनपद के संयोजक श्रीमान संजीव कुमार सिंह जी ने उपस्थित प्रबुद्ध जनों का आभार जताते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉक्टर चंद्रेश सिंह जी प्रबंधक, प्रदीप कुमार दुबे,पंडित ब्रह्मदेव उपाध्याय ,पंडित राज कृष्ण शर्मा ,श्री ध्रुव कुशवाहा, श्री ओम प्रकाश गुप्त, डॉक्टर ब्रह्मेश शुक्ल पंडित अंजनी कुमार मिश्रा ,श्री सुरेंद्र जायसवाल ,उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य सरदार जसविंदर सिंह जी, जेपी सिंह होर्डिंग ,अनुज कुमार मिश्रा, विनय दुबे ,पंडित जटाशंकर त्रिपाठी ,पंडित कालानाथ मिश्र, श्री मनीष सिंह पट्टी ,श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह ,श्री लक्ष्मीकांत शुक्ला , श्री अनिल कुमार सिंह गुतवन, श्री विनय कुमार सिंह गुतवन , शिवांश त्रिपाठी,शुभम निषाद,राज यश विसेन,पार्थ मिश्रा सहित विद्यालय के प्रधानाचार्य शिक्षक बंधु एवं भगिनी विद्यार्थी एवं सैकड़ो प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें